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जुलाई, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
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चकिया   देशी  चकिया  की एक फोटो जिसे चकरी, चक्की के नाम से भी जाना जाता है    सबसे पहले जानते हैं आखिर  चकिया कहा से आई ? पहली शताब्दी  के दौरान रोमनों द्वारा ब्रिटेन में मिलस्टोन पेश किए गए थे और तीसरी शताब्दी  से वहां व्यापक रूप से उपयोग किए गए  है   । चक्की को पत्थरों से बनाया जाता है चकिया (चक्की) को एक पथरीली चट्टान से बनाया जाता है । हमारे बुंदेलखंड क्षेत्र काफी पहाड़ पत्थर पाया जाता है कुछ किसान तो खुद ही पत्थर  चकिया को बनाते है। यह चकिया आपको बाजार में भी मिल सकते है जैसे की छोटे कस्बों गांव से जुड़े हुए बाज़ार पर भी उपलब्ध हो जाते है जिन्हे हम तुरंत दुकानदार से खरीद सकते है । अनाज और मसालों को पीसने के लिए पीसने वाले चकिया (चक्की) का उपयोग किया जाता था।  इनमें एक स्थिर पत्थर का सिलेंडर होता है जिस पर एक छोटा पत्थर का सिलेंडर घूमता है।  घरेलू उपयोग के लिए छोटे वाले, दो लोगों द्वारा संचालित किए जाते है।  बड़े लोग, सामुदायिक या व्यावसायिक उपयोग के लिए, ऊपरी सिलेंडर को घुमाने के लिए पशुधन का उपयोग...

भारत के मसाले

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  A Map Showing Spice Growing in States of India भारतीय मसालों में भारतीय उपमहाद्वीप ( दक्षिण एशिया का एक उप - क्षेत्र ) में उगाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के मसाले शामिल हैं। देश के विभिन्न हिस्सों में अलग - अलग जलवायु के साथ , भारत विभिन्न प्रकार के मसालों का उत्पादन करता है , जिनमें से कई उपमहाद्वीप के मूल निवासी हैं। अन्य समान जलवायु से आयात किए गए थे और तब से सदियों से स्थानीय स्तर पर खेती की जाती रही है। काली मिर्च , हल्दी , इलायची और जीरा भारतीय मसालों के कुछ उदाहरण हैं। मसालों का उपयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है। साबुत , कटा हुआ , पिसा हुआ , भुना हुआ , भूना , तला हुआ और टॉपिंग के रूप में। वे पोषक तत्वों को निकालने के लिए भोजन को मिश्रित करते हैं और उन्हें एक स्वादिष्ट रूप में बांधते हैं। कुछ मसाले अंत में स्वाद के रूप में जोड़े जाते हैं - जिन्हें आम तौर पर एक डिश में डालने से पहले घी या खाना पकाने के तेल के साथ एक पैन में गरम ...

Bundelkhandi Unpolished Desi Arhar Dal

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 बुंदेलखंडी अनपॉलिश्ड शुद्ध देशी अरहर दाल  बाजार में उपलब्ध सामान्य दालों से कितनी अलग है  " बुंदेलखंडी अनपॉलिश्ड देशी अरहर दाल "  • सामान्य दाल (अरहर ) की खेती में हानिकारक रसायनों का प्रयोग होता है।  जब की  बुंदेलखंडी देशी अरहर दाल की खेती बिना किसी प्रकार के हानिकारक रसायनों के उपयोग के बिना उगाई जाती हैं।  • सामान्य दाल को मशीनों द्वारा तैयार किया जाता है। जब की हम  बुंदेलखंडी देशी अरहर दाल  को  पारंपरिक (हाथ से प्रसंस्कृत, स्टोन मिल्ड) तरीके से तैयार करते है।  • एक सामान्य दाल को आकर्षक और चमकदार दिखाने के लिए उसे चमकाने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।  जबकि  बुंदेलखंडी देशी अरहर  दाल में पॉलिश नहीं दिखेगी, और इसके बजाय एक नीरस दिखेगी।  लेकिन तथ्य यह है कि जब एक दाल पॉलिश करने की प्रक्रिया से गुजरती है। यह प्राकृतिक फाइबर को हटा देता है और इस प्रकार इसके पोषक तत्व खो देता है।  •  सामान्य दाल के मुकाबले बुंदेलखंडी देशी अरहर दाल  पोस्टिक तत्वों से भरपूर के साथ साथ खाने में भी स्वादिष्ट...

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बुंदेलखंडी अग्री में आपका स्वागत है।

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हम मूल रूप से किसान हैं। हमें बुंदेलखंड की मिट्टी में दलहन(दाल की खेती) उत्पादन में 50 से अधिक वर्षों का अनुभव है । हम जानते हैं कि भारतीय खेत कैसा होना चाहिए - चुनौतियां , मौसम , मिट्टी और सभी संबंधित प्रथाएं। हम फसलों को प्राकृतिक तरीके से उगाते है। आज के समय में हम सभी को अपने गांवों से दूर किसी शहर जाना पड़ता है अपने और अपने परिवार के   अच्छे कल के लिए ,शहरों में हमें सभी सेवा मिल जाती है l लेकिन कही न कही हम अपने गांव के स्वाद को याद करते है अकसर   इसलिए बुंदेलखंडी कृषि परिवार अब आपके घर तक   गांव का स्वाद पहुंचा रहे हैं। जैसे को वो दादी मां के हाथ से तैयार की गई शुद्ध देशी दाल हो और चाचा के खेत में तैयार हुए देशी मसाले हों । हमारा लक्ष्य है आपको शुद्ध मसाले एवम देशी दाल उपलब्ध कराना। एक बार खाओ बार बार खाओ शुद्ध ही खाओ बुंदेलखंडी कृषि परिवार  +917579368939